हमारे मित्र व उड़िया के जाने माने कवि मनु दाश जी ने गुलज़ार जी की रचनाओं का उडिया भाषा मे रूपांतरण किया है।जिसका नाम है,''झिपी झिपी बरसा''। साथ ही मै मनु दाश जी की लिखी रचना व गुलज़ार जी के साथ उनके कुछ चित्र प्रकाशित कर रहा हूँ
घर वहाँ
प्रार्थना जहाँ
ईश्वर वहाँ
खामोशी जहाँ
प्रेम वहाँ
अकेलापन जहाँ
मृत्यु वहाँ
पूर्णता जहाँ
घर वहाँ
प्रार्थना जहाँ
ईश्वर वहाँ
खामोशी जहाँ
प्रेम वहाँ
अकेलापन जहाँ
मृत्यु वहाँ
पूर्णता जहाँ
nice
जवाब देंहटाएंआनन्द आया रचना पढ़कर.
जवाब देंहटाएंआभार जानकारी का.